**शहिदान चौक में अवैध निर्माण साबित होने के बाद भी धड़ल्ले से चल रहा है निर्माण कार्य*
*लोगों को बेघर करने के लिए नगर परिषद लाई है 60 फीट सड़क का प्लान*
*धर्म देखकर वार्डों में विकास कार्य करती है नगर परिषद – कमल कांत शर्मा*
*नगर परिषद को भ्रष्टाचार में मंत्री ओला का संरक्षण – विश्वंभर पूनिया**
झुंझुनू। स्टेशन रोड स्थित एक निजी रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा जिला प्रवक्ता एवं नगर मंडल अध्यक्ष कमल कांत शर्मा ने कहा कि जब से झुंझुनू नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बना है तब से शहर की स्थिति बद से बदतर हो गई है। शहर में भेदभाव की राजनीति इतनी हावी हो चुकी है कि मजहब और धर्म के आधार पर बांटकर विकास कार्य किए जा रहे हैं। शहर के विभिन्न वार्डों की स्थिति बहुत ही खराब है। सड़के टूटी हुई है, नालियों से गंदगी बहकर सड़कों पर आ रही है, सिविल लाइन शहर में सफल नहीं है , संपूर्ण शहर की सड़कों को खोदकर खड्डों में परिवर्तित कर दिया गया है, जगह-जगह शिविर लाइनों से गंदगी बह रही है, पानी के लिए संपूर्ण शहर में अभी भी त्राहि-त्राहि मची हुई है लेकिन इस और प्रशासन पूरी तरह से आंखें मूंदे बैठा है।
शर्मा ने नगर परिषद पर आरोप लगाते हुए कहा कि शहर की पुरातन ऐतिहासिक हवेलियों को नगर परिषद की मिलीभगत से रातों-रात तोड़कर आवासीय कॉलोनियों में व्यावसायिक कांपलेक्स निर्माण हो रहे हैं इसका ज्वलंत उदाहरण सहिदान चौक की 6 हवेलियां है। इन हवेलियों को तोड़कर सरकारी भूमि , आम रास्तों व सार्वजनिक चौक के पट्टे नगर परिषद द्वारा अपना व्यक्तिगत स्वार्थ पूरा कर दे दिए गए हैं । इस प्रकरण में उपखंड अधिकारी द्वारा जांच में नगर परिषद आयुक्त को दोषी मानते हुए निर्माण कार्य को तुरंत प्रभाव से रोकने व आयुक्त सहित भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपी थी , लेकिन प्रशासन द्वारा इसमें किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है। आश्चर्य की बात तो यह है कि , पूर्व आयुक्त के स्थानांतरण होने के बाद आयुक्त पद पर जांचकर्ता उपखंड अधिकारी स्वयं विराजमान हैं फिर भी उक्त अवैध निर्माण धड़ल्ले से जारी है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन स्वयं लिप्त होकर इन अवैध निर्माण को होने दे रहे हैं । शर्मा ने बताया कि रामनवमी, गणगौर आदि की झांकियां सदैव शहिदान चौक के इसी मार्ग से होते हुए गुजरती रही है , लेकिन शहिदान चौक पर हो रहे छह हवेलियों के स्थान पर अवैध व्यवसायिक निर्माण ,जिन्होंने सड़कों पर भी अतिक्रमण कर लिया है, मार्ग पूरी तरह से अवरुद्ध की स्थिति में आ गए हैं। ऐसा लगता है कि प्रशासन राज्य सरकार के इशारे पर धर्म विशेष पर प्रहार कर इस मार्ग को स्वयं अवरुद्ध करवा रहे है , ताकि यह धार्मिक व सांस्कृतिक झांकियां इस मार्ग से ना गुजर सके , जोकि हमेशा सांप्रदायिक सौहार्द की प्रतीक रही हैं। शर्मा ने बताया कि नगर परिषद द्वारा शहर के मोदी रोड पर 60 फीट रास्ता छोड़कर कमर्शियल पट्टे दिए जाने का प्रस्ताव लिया है, जोकि वहां पर बसे लोगों को बेघर करने की एक प्रक्रिया मात्र है। मध्यम श्रेणी के लोग जिनके पास छोटे प्लॉट में मकान बने हुए हैं, दुकानें बनी है भविष्य में 60 फिट का रास्ता मानकर कभी भी उनको बेघर किया जा सकता है। रसूख वाले लोगों को खुश करने के चक्कर में वहां पर बसे लोगों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। एक और हवाई पट्टी के निकट बसे लोगों को पट्टे नहीं दिए जाते हैं, दूसरी ओर उसके निकट धड़ल्ले से प्लोटिंग चल रही है, लेकिन प्रशासन उस ओर आंख मूंदे है।
एक छोटी सी बरसात ने पूरे शहर में त्राहि-त्राहि मचा दिया है व नगर परिषद के दावे की पोल खोल के रख दी है। शहर की मणि बिहार, सूर्य विहार कॉलोनियों, वार्ड नंबर 39 के मुख्य बाजार जहां पर या तो सड़क है ही नहीं या फिर सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। यहां के निवासी सड़कों के लिए तरस रहे हैं, लेकिन नगर परिषद प्रशासन राज्य सरकार के मंत्री व स्थानीय विधायक से सड़कों के उद्घाटन करवा लेती है, फिर वहां पर सिर्फ उद्घाटन का बोर्ड देखने को मिलता है सड़क नहीं। नगर परिषद मात्र दावे करने में लगी है, लेकिन पूरा शहर गंदगी से अटा हुआ है। सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। भाजपा राष्ट्रीय परिषद प्रतिनिधि विश्वंभर पुनिया ने कहा कि नगर परिषद को भ्रष्टाचार के लिए मंत्री ओला का संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते सरकारी भूमि में आम रास्तों पर धड़ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है। पुनिया ने चूरू रोड पर चल रहे सभापति के कमर्शियल निर्माण को लेकर कहा कि, जब सभापति स्वयं सरकारी जमीन व आम रास्ते पर अतिक्रमण कर निर्माण कार्य कर रहे है तो अन्य भू माफियाओं द्वारा किए जा रहे अतिक्रमण को किस प्रकार रोकेंगे। उन्होंने अग्रसेन सर्किल पर एकत्रित बरसात के पानी का हवाला देते हुए कहा कि चार रोज पूर्व आई बरसात का पानी अभी भी आने जाने वालों के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है लेकिन जिला प्रशासन इस और ध्यान नहीं दे रहे है। पुनिया ने कहा कि तत्कालीन जिला कलेक्टर रवि जैन ने इस समस्या के निदान हेतु जो प्लान तैयार किया था उस पर आज तक किसी भी प्रकार का कार्य नहीं किया गया। प्रेस वार्ता में वरिष्ठ पार्षद बुधराम सैनी व पार्षद चंद्र प्रकाश शुक्ला ने भी नगर परिषद की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहां कि आजादी के बाद यह पहला नगर परिषद बोर्ड है जिसमें विकास के लिए शहर की जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है। नयाबास नाला क्षतिग्रस्त है , शहर में कहीं भी कचरे पात्र नहीं रखवाए गए, मृत पशुओं का ठेका अभी तक नहीं दिया गया, चारों ओर गंदगी फैली हुई है। भाजपा के वार्डों को टारगेट कर विकास कार्यों को रोका जा रहा है। कांग्रेस का नगर परिषद बोर्ड पूरी तरह से फेल साबित हो रहा है। प्रेस वार्ता में नगर महामंत्री रवि लांबा, नगर मंत्री ललित जोशी भी उपस्थित रहे।