*स्वास्थ्यकर्मियों ने हिपैटाईटिस जागरूकता रैली से आमजन को दिया संदेश*
*28 जुलाई को विश्व हिपैटाईटिस दिवस पर होगी कार्यशाला*
राजकीय बीडीके अस्पताल झुंझुनूं के स्वास्थ्यकर्मियों एवं नर्सिंग छात्र-छात्राओं के द्वारा हिपैटाईटिस जागरूकता रैली निकाल कर संदेश दिया गया। पीएमओ एवं वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ वीडी बाजिया ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। तथा डॉ बाजिया ने रैली को संबोधित करते हुए बताया कि जागरूकता से जलजनित एवं रक्तजनित हिपैटाईटिस का संक्रमण काफ़ी कम किया जा सकता है। तथा समय पर उपचार अति आवश्यक है।
वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ जितेन्द्र भाम्बू ने बताया कि लीवर की बिमारियां सामान्यतः पीलिया के लक्षण के साथ प्रस्तुत होती है। तथा इससे सीरम बिलीरूबीन का लेवल अत्यधिक बढता जाता है। नवजात शिशु में पीलिया का उपचार राजकीय बीडीके अस्पताल झुंझुनूं में निशुल्क उपलब्ध है। तथा प्रतिमाह लगभग 30-50 पीलिया ग्रसित नवजात का उच्च स्तरीय नवजात शिशु आईसीयू में भर्ती कर उपचार किया जाता है।
हिपैटाईटिस नोडल अधिकारी एवं वरिष्ठ फिजिशियन डॉ रजनीश माथुर ने बताया कि अस्पताल में हिपैटाईटिस ईकाई में पूर्णतया उपचार की सुविधाएं उपलब्ध हैं।तथा अत्यधिक मंहगी एंटी वायरल दवाओं से हिपैटाईटिस का नियंत्रण संभव है।तथा हिपैटाईटिस प्रोगाम के तहत उक्त दवाएं बीडीके अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध है। डॉ माथुर ने बताया कि हिपैटाईटिस के उपचार में निरंतर फोलो-अप अहम भूमिका अदा करता है।
वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी मुकेश मीणा के नेतृत्व में स्वास्थ्यकर्मियों एवं नर्सिंग छात्र-छात्राओं की रैली बीडीके अस्पताल से आरंभ होकर कलेक्ट्रेट तक पहुंची। जहां से जनजागरूकता के नारे लगाते हुए बीडीके अस्पताल पहुंची।
इस दौरान डॉ रजनीश माथुर, डॉ जितेन्द्र भाम्बू,डॉ सिद्धार्थ शर्मा, आरुषि चौधरी ,अजय कुमार , सीमा रोहिल्ला, शालू कुमारी गोदारा ,चंद्रकांत शर्मा, संदीप चौधरी, आजाद कुमारी , मुकेश ढुकिया, अब्दुल वाहिद,राजू, मनीराम आदि उपस्थित रहे।